ऐसा माना जाता है कि चोरों की बुद्धि वमानसिकता काफी तेज होती है।ये अपनी चोरी कला में तरह तरह के दावपेंच इस तरह लगाते रहते हैं कि पुलिस से हमेशा दो कदम आगे रहें। दूसरी तरफ राजनैतिक चोर पार्टियों में सबसे पहला नाम 'चारा चोर' और उसकी पार्टी का आता था।फिर आया 'टोटी चोर' और 'चिटफंड' चोर।इसमें तो चोरनी भी शामिल है।वैसे यह बात अलग है कि एक दशक पहले एक चोरनी 'दौलत की दलित बेटी' के नाम से भी प्रसिद्धि रखती थी। यह बात उल्लेखनीय है कि उन चोरों ने भी अपनी-अपनी कला को लगातार निखारा था।चारा चोर जब घोटालों की सरकार में रेलमंत्री बना था तो लोगों का मानना था कि अगर उसके पेट में भूर (छेद) करो तो रेल के डिब्बे व इंजिन भी निकल सकते हैं अगर वह उसे पचा न लिया हो।उसने चोरी कला में अनुसंधान कर एक ऐसा भी रास्ता निकाला कि देश भौचक्का रह गया।उसने रेल मंत्रालय में 'जमीन के बदले नौकरी' का एक ऐसा अनुपम तरकीब निकाला कि कुछ मत कहिए।इसका जाँच अभी तक चल रहा है और वह गरीब व्यक्ति आज हजारों करोड़ संपत्ति का मालिक बन बैठा है।
हाल के वर्षों में चोरी कला में काफी अनुसंधान व विकास हुआ है।ऐसा माना जाता है कि IIT का पढ़ा एक राजनैतिक चोर ने चोरी में महारथ हासिल कर ली है।इसने देश के राजधानीदिल्ली में ही एक ऐसा अनुपम 'दारू घोटाला' किया कि सालों से पुलिस का पूरा तंत्र उसके सुरागों को खोजने में परेशान-परेशान है।IIT का यह ग्रेजुएट सरकार का धन लूट कर अपनी तिजौरी इस कदर भरता है कि एक हाथ की करतूत दूसरे हाथ को भी नहीं मालूम (read “Inventing corruptions thru’ IIT Brain”, https://thecounterviews.in/articles/inventing-corruptions-thru-iit-brain/) ।कुछ सालों पूर्व एक और अनोखे चोरी की कला सामने आयी थी जिसमें महाराष्ट्र के सरकारी तंत्र में फिरौती की व्यवस्था की गयी थी (read “पप्पू की फिरौती और लुटेरी सरकार”,https://thecounterviews.in/articles/extortion-maharashtra-police-politician-aghadi/)।वैसे फिरौती चारा चोर के तंत्र में भी था जब बिहार में चोर तंत्र का बोलबाला था। इन राजनैतिक चोरों ने तो गोबर तक नहीं छोड़ा।छत्तीसगढ़ में इन चोरों ने 'गोबर घोटाला' तक कर डाला।
चोर पुलिस के इस खेल में एक बड़ा बदलाव तब आया जब राजनैतिक चोरों की अपार धन संपत्ति पकड़ी जानें लगी।भला हो मोदी सरकार का कि बहुतेरे चोरों की अपार लूट जब्त की जा रही है जिसका एक छोटा व्यौरा नीचे दिया गया है । अभी हाल ही में कांग्रेस के एक नेता के घर से ३५० करोड़ से ज्यादा की संपत्ति जब्त हुई है।
दो राजनैतिक पार्टियाँ जिसकी नेता चोरनी है आज के दिन महान चोरों की गिनती में आतीं हैं।उनमें से एक जमानत पर जेल से बाहर हैं जिसकी संपत्ति का व्यौरा अथाह है।'वाशिंगटन पोस्ट' के अनुसार आज से दस साल पहले उसकी संपत्ति ब्रिटैन के महारानी से भी ज्यादा थी। दूसरी चोरनी पर जॉंच का शिकंजा कसता जा रहा है।उसकी पार्टी के लगभग सौ करोड़ की नकदी पकड़ी जा चुकी है। इस धर-पकड़ से परेशान चारा चोर के नेतृत्व में देश के राजनैतिक चोरों ने अपनी एक संगठन बनाई है जिसका नाम उन्होंने बड़े दावपेंच से 'इंडिया' रखा है।
चोरों के इस समूह का दो मुख्य उद्देश्य हैं : एक तो चोरी की लूट व संपत्ति को मोदी सरकार के पुलिस तंत्र से बचाएँ और दूसरा देश की प्रगति में रत मोदी सरकार को किसी भी तरह सत्ता से बाहर करें ताकि ये खुले आम चोरी कर सकें।इन चोरों के 'इंडिया समूह' में अन्य घोटालेबाज, रूढ़िवादी, माओवादी तथा जिहादी भी सम्मिलित हो गए हैं (read “I-N-D-I-A of Thugs? (parts 1, 2 & 3) ”, https://thecounterviews.in/articles/i-n-d-i-a-of-thugs-part-1/; https://thecounterviews.in/articles/i-n-d-i-a-of-thugs-part-2/; https://thecounterviews.in/articles/i-n-d-i-a-of-thugs-part-3/)।
हाल में ही १९ दिसंबर २०२३ को देश की राजधानी दिल्ली में इनकी सामूहिक मंत्रणा हुई है।इनके साथ इनका टूलकिट भी है जो इनका मिडिया प्रवन्धक भी है।इनका मानना है कि कुत्ते के समूह भी झुंड में शेर का सामना कर सकते हैं।ये चोर ‘मोदी सरकार’ को २०२४ में चुनावी शिकस्त देने के लिए तरह-तरह के पैतरे आजमाएगी।वैसे भले ही आपस में इनका राजनैतिक बैर हो, देश को रसातल में ले जानें के लिए ये कुछ भी करने को तैयार हैं चाहे वह गद्दारी ही क्यों न हो । अधिकाँश लोगों का मानना है कि हाल के दिनों संसद में कराए गए हमले में इनका ही हाथ था (read “Security Breech in Indian Parliament”, https://thecounterviews.in/articles/lessons-from-breach-of-security-in-indian-parliament/)। इनके कुछ घटक चीन से धन लेकर देश से विश्वासघात करते हैं तो अन्य 'वोटबैंक' की राजनीति करने के लिए जिहादियों के हाथों अपना आत्मसम्मान सौपनें को तैयार हैं। इन्हें आजकल २६ सिरों वाले रावण की भी संज्ञा दी जाती है।ये भारत की पवित्र भूमि पर शाप हैं।अब यह हमारी जनता के हाथ में है कि इन चोरों, गद्दारों व आधुनिक रावण को किस तरह आने वाले चुनावों में मात दी जाए। इन गद्दारों से भारत की सुरक्षा आज के दिन सबसे बड़ी देश भक्ति होगी।