चलते-चलाते: गहरी चाल
भक्षक हैं मानवता के ये ,
देश विरोधी दुश्मन हैं।
साम दाम दण्ड भेद से,
जमे देश के अन्दर हैं।
आये दिन है नया प्रदर्शन,
बात - बात पर हंगामा ,
संसद में इंडि ठगबंधन,
करते रोज नया ड्रामा।
झूठ बोलते, बेशर्मी से
संसद न चलने देते ,
गुंडा गर्दी में हैं माहिर,
हाथा-पाई भी करते।
अपने पाप छुपाने को,
ये दोषारोपण हैं करते ,
गद्दारों, दुश्मन देशों से,
गुप्त करार किया करते।
आगजनी, पत्थरबाजों से ,
परेशान नित हिन्दू हैं ,
मुल्लों की बढ़ती नृशंसता,
रक्षक दल भी घायल हैं ।
देश जलाने की आकांक्षा,
कांग्रेस के शब्दों में हैं ,
उनके ठगबंधन के नेता ,
आतंकी संग तत्पर हैं ।
देश के अंदर आतंकी दल,
हथियार साथ ले सक्रिय हैं,
ये विपक्ष के गुण्डों के दल,
इनके सगे समर्थक हैं ।
राहुल की कथनी-करनी भी ,
घातक, अत्यंत विषैली है ,
देश तोड़ना, आग लगाना,
हत्या - लूट की साजिश है।
भारत में गृहयुद्ध मचाना ,
इंडी बंधन का मकसद है ,
रहें सजग भारत की जनता,
चाल बहुत ही गहरी है।
डॉ सुमंगला झा।