
छोटी-छोटी बातें - १ (सुनीता विलियम की वापसी)
मेरे पति एक सेवा निवृत्त अंतरिक्ष वैज्ञानिक हैं और अक्सर अंतरिक्ष में चल रही गतिविधियों के कारण अन्यान्य टीवी चॅनेल पर एक विशेषज्ञ के रूप में अपना मंतव्य देते हैं I कल अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से लौट रही सुनीता विलियम्स को लेकर दुनियाँ भर में उत्सुकता थी और भारतीय टीवी चॅनेल भी इससे अछूता नहीं था I दिन भर विभिन्न मीडिया चैनल पर व्यस्त वे अपने विचार प्रकट करते रहे । रात के तीन बजे या शायद उससे पहले से ही जगे, मीडिया के विभिन्न चैनलों पर वक्तव्य देते रहे। मैं कल समूचे दिन घर के विभिन्न काम-काज और बच्चों की देखभाल करती व्यस्त रही I घर के काम-काज करने वाली तथा खाना बनाने वाली आया टीवी कैमरे से बचते बचाते, सामान, राशन और भी बहुत तरह के काम में कभी कभार न्यूज तो कभी किसी पिक्चर के आधे अधूरे हिस्से देख कर काम भी करती रही। मैं तो रात में भी बहू के साथ छोटी सी पोती को यूट्यूब पर कोकोमेलोन दिखाती, उसे बहला-फुसलाकर खाना खिलाते, सुसु-पोटी कराती और उसके बाद दूध पिलाती व्यस्त थी I पोती को सुलाते सुलाते रात के लगभग एक बज गए, फिर विदेश में रह रही पुत्री से बात करते पाँच मिनट और बीत गए I गहरी नींद में भी इनकी आवाजें सुनाई देती रही थीं।
अचानक नींद खुली तो उस समय भी पतिदेव किसी चैनल पर अपने विचार दे रहे थे I पौ फटने से पहले ही आधी नींद में उठ बैठी थी तो देखा बेटा मेरे आस - पास कुछ ढूंढ रहा था I उठते ही पूछा क्या हुआ? सुनीता विलियम जमीन पर सुरक्षित पहुँची या नहीं ? बेटा हँस पड़ा I बोला ...आप काहे को इतनी चिन्ता करतीं हैं ? आपकी पोती और बहू दोनों सोई है, अभी आप भी थोड़ी देर और सो लीजिए।